गुरुवार, 7 जनवरी 2010

जीवन-निर्माण

आप कैसा जीवन चाहते है जब तक आप निश्चय न कर लें आप जो भी प्रयत्न करेंगे वह शायद ही सफल होगा। लोग अन्धानुकरण करते है दूसरों को देखकर अपने बारे में वैसा ही चाहते है। क्या आपने कभी चिन्तन किया है की आप अपना जीवन कैसा चाहते है। जीवन में आपको क्या-क्या उपलब्धियां चाहिए-आपको खुद सोचना होगा।
जीवन का निर्माण योजनापूर्वक होता है। आप एक मकान बनाते है.कोई कारखाना खोलते है तो आप योजना बनाते है पश्चात उस विषय के विशेषज्ञ को फ़ीस देकर उसकी सेवाएं लेते है। यह मकान या कारखाना तो आपका जीवन नहीं है बल्कि जीवन का एक अंग है। तो क्या इस प्रकार आपने अपने जीवन निर्माण की कोई योजना बनाई है? यदि बनाना है तो जीवन निर्माण के विशेषज्ञों की सेवाएं लेने की जरुरत होगी की नहीं? जीवन में आप क्या प्राप्त करना चाहते है आप अपने आप से इमानदारी से पूछिए। मकान ,कार ,पद,प्रतिष्ठा,संपत्ति-ये सब लक्ष्य नहीं होते बल्कि ये किसी दूसरी वस्तु को पाने का साधन होते है-इन सबको प्राप्त कर के भी आप अपना जीवन निर्माण नहीं कर सकते।
जीवन का निर्माण आपको अपने लिए ही नहीं चाहिए। आपको अपने सुह्रिद्यो के लिए,अपने बच्चों के लिए,अपने सम्बन्धियों के लिए भी चाहिए। अतः आप अपना जीवन निर्माण अच्छी तरह करके अपने आचरण में लायें-अपने जीवन में उतारें इससे यह होगा की जो आप के समीप है उनपर आपके आचरण का प्रभाव इतना पड़ेगा जितना आपके उपदेश और आपके दबाव का नहीं पड़ेगा.

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